विकासखंड स्तरीय “हरेली तिहार” कार्यक्रम गतौरा में आयोजित हुआ, अतिथियों ने कृषि यंत्र एवं गेड़ी की पूजा अर्चना कर की अच्छी फसल के साथ खुशहाली की कामना

(रियाज़ अशरफी): छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के उपलक्ष्य में सोमवार को मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत गतौरा स्थित गौठान में ब्लाक स्तरीय “हरेली तिहार” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अतिथियों द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलपिंक 2023 का शुभारंभ भी किया गया, कार्यक्रम के बाद सभी लोगो ने गेंड़ी का आनंद लिया। सर्वप्रथम अतिथियों ने कृषि यंत्रों एवं गेड़ी की पूजा अर्चना किया।

कार्यक्रम में पूर्व विधायक मस्तूरी दिलीप लहरिया ने सभी को छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली की बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सभी परम्परागत खेलों को राज्य स्तर पर मंच उपलब्ध कराने और युवाओं में खेलों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का पूरे प्रदेश भर में शानदार आगाज आज हरेली तिहार से हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, परम्पराओं और खेलों को पूरे भारत में एक अलग पहचान दिलाई है।
कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रामनारायण राठौर, छ.ग. केश शिल्प बोर्ड उपाध्यक्ष चित्रकांत श्रीवास, प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमचंद जायसी, जिला राजीव गांधी मितान क्लब संयोजक द्वय महेंद्र गंगोत्री, ब्रम्हदेव सिंह, एसडीएम मस्तूरी महेश कुमार शर्मा, नायब तहसीलदार अप्रतिम पांडेय, जनपद पंचायत सीईओ कुमार सिंह, जनपद सदस्य देवी कुर्रे, सरपंच सुरेश राठौर, उप सरपंच देव सिंह पोर्ते, स्व सहायता समूह की महिलाएं, कृषक, हितग्राही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेन्द्र धीवर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परम्पराओं को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में पारम्परिक खेलों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरूआत की गई है। पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा मात्र राज्य है जहां पारम्परिक खेलों का विश्व स्तर पर प्रचार किया जा रहा है। आधुनिकता के इस समय में जहां शारीरिक खेल पीछे छूट गए है वहां इस प्रकार के आयोजनों से लोगों में अभूतपूर्व उत्साह देखा जा रहा है। इससे लोेगों के स्वास्थ्य में भी सकरात्मक परिवर्तन आया है।
रामनारायण राठौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की है और किसान भाईयों को सम्मान दिलाया। किसान हमारे अन्नदाता है और अन्न से हम है। सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ उठाकर किसानों के जीवन में खुशहाली आई है।
डॉ.प्रेमचंद जायसी और चित्रकांत श्रीवास ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हरेली से होली तक लगातार त्यौहारों का सिलसिला चलता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों से छत्तीसगढ़ की लोक कला और संस्कृति को भारत के मानचित्र में अलग पहचान मिली है।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए जनपद सीईओ कुमार सिंह ने शासन की योजनाओं की जानकारी दी। एसडीएम महेश शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का पूरे भारत मे चर्चा
कार्यक्रम के अंत मे जिला हितग्राहियों को खनिज न्यास मद अंतर्गत स्पेयर, वर्मी खाद,मिनी किट बीज, उद्यानिकी विभाग से फलदार पौधों का वितरण किया गया। पशुपालन विभाग ने पशु शिविर का आयोजन किया और महिला एवं बाल विकास विभाग ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्टॉल लगाया गोबर से बने पेंट की प्रदर्शनी लगाई गई थी।