अब इस गांव में बिना पहचान के नहीं मिलेगा ठिकाना, बाहरी मुसाफिरों पर कड़ी नजर, पुलिस व पंचायत करेगी आईडी वेरिफिकेशन…

कशिश न्यूज | बिलासपुर
जिले के इस गांव में अब बाहरी मुसाफिरों की एंट्री आसान नहीं होगी। गांव में ठहरने के लिए हर मुसाफिर को वैध पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। यह नई व्यवस्था सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत लुतरा लागू होने जा रही है,पुलिस प्रशासन का मानना है कि गांव को सुरक्षित रखने और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से लागू की जा रही यह व्यवस्था सुरक्षा की दृष्टि से मिल का पत्थर साबित होगा।
अब लुतरा गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति की जानकारी पंचायत द्वारा बाकायदा दर्ज की जाएगी। इसके लिए पुलिस ने पंचायत को एक 10-कालम वाला विशेष रजिस्ट्रेशन फॉर्मेट दिया गया है, जिसमें नाम, स्थायी पता, पहचान पत्र विवरण, यात्रा की तारीख और ठहरने का स्थान जैसे जरूरी विवरण शामिल होंगे। जल्द ही इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए मकान मालिक, गेस्टहाउस संचालकों और किराए पर घर देने वालों के साथ प्रशासनिक बैठक भी आयोजित की जाएगी। सभी से अपील की गई है कि वे बिना आईडी किसी को भी ठहरने न दें।
सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि, हर पंजीकृत मुसाफिर की जानकारी की एक प्रति अनिवार्य रूप से सीपत थाना को भेजी जाएगी। इससे संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान में आसानी होगी और किसी भी आपराधिक गतिविधि को समय रहते रोका जा सकेगा। थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि हाल ही में राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के चलते यह कदम अत्यंत आवश्यक हो गया था।
लुतरा पंचायत के सरपंच चन्द्रमणि मरावी और पंचायत प्रतिनिधियों ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा, गांव के लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। सभी ग्रामीण इस व्यवस्था में सहयोग करेंगे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को देंगे। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, गांव को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक ठोस और निर्णायक कदम है।
पुलिस और पंचायत की ग्रामीणों से अपील
पुलिस और पंचायत ने संयुक्त रूप से अपील जारी की है कि कोई भी ग्रामीण बिना पहचान पत्र वाले व्यक्ति को अपने घर, अतिथि भवन या किराए के मकान में न ठहराए। किसी भी अजनबी या संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत सीपत पुलिस को दी जाए।