पुलिस के दौड़ाने पर लीलागर नदी में कूदे युवक का शव तीसरे दिन पानी मे तैरते मिला… दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर परिजनों ने किया हंगामा….

सीपत (रियाज़ अशरफी) पुलिस के दौड़ाने से लीलागर नदी में कूदे जुआरी का शव शनिवार की सुबह पानी मे तैरते मिला। परिजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर लोगो की मदद से शव को बाहर निकलवाया और सीपत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया।

बताते चलें कि गुरुवार 6 अप्रैल को लगभग शाम 4 बजे ग्राम धौराकोना के सूखा तालाब के पास जुए का फड़ चलने की सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर यहां से 5 को जुआरियों को गिरफ्तार किया और बाकी भाग निकले। इन्ही में से चार जुआरियो का पुलिस ने पीछा किय तो जांजगीर चांपा जिले के बलौदा वार्ड क्रमांक 3 निवासी समीद मोहम्मद पिता जरीब मोहम्मद (40), कार्तिक, वीरेंद्र और कादर खान ने पुलिस से बचने लीलागर नदी में छलांग लगा दी। पास में ही चेक डेम होने के कारण वहां पर पानी बहुत ज्यादा गहरा था। पुलिस उनका पीछा करते हुए नदी तक आई और फिर चुपचाप लौट गई।

कुछ देर बाद कार्तिक, वीरेंद्र व कादर खान नदी से तैरकर बाहर निकल गए पर समीद का पता नहीं चला। कादर खान ने समीद के भाई अलीम कुरैशी को इसकी सूचना दी फिर वीरेंद्र के साथ समीद के परिजन देर शाम मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। दूसरे दिन शुक्रवार को एसडीआरएफ बिलासपुर की टीम लीलगर नदी में खोजबीन शुरू की पर शाम तक पता नहीं चला। शनिवार की तड़के शहीद अपने दोस्तों के नदी में समीद को ढूंढने फिर गए तो समीद का शव तैरता नजर आया। शव मिलते ही नदी के किनारे शव देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रही।
पुलिस शव को बलौदा भेजने पर अड़ी रही
शव के बाहर आने के बाद पुलिस ने पंचनामा किया। पुलिस को दिए बयान में परिजन व गवाहों ने बताया कि समीद को पुलिस ने दौड़ाया तो वह भागा था पर पुलिस ने ऐसा लिखने से मना कर दिया। उन्होंने लिखा कि पुलिस के डर से वह भागा था। इसके चलते थाने में काफी हंगामा हुआ। पुलिस केस को दबाने के लिए पोस्टमार्टम भी सीपत में नहीं कराना चाहती थी। पुलिस ने परिजनों से कहा कि शव को लेकर जांजगीर ले जाएं और वहीं पीएम करा लें। इससे परिजनों ने इनकार कर दिया।
पुलिस कर्मियों की लिखित शिकायत,जांच के आश्वासन के बाद माने परिजन

परिजनों ने जुआ पकड़ने गए पुलिस कर्मियों के ऊपर तत्काल कार्यवाही की मांग को लेकर अड़े रहे। सीपत थाना प्रभारी को किए गए लिखित शिकायत में परिजनों ने मांग किया कि दोषियों पर कार्यवाही नहीं हुई तो थाने का घेराव कर उग्र आंदोलन करेंगे। टीआई हरिश्चंद्र टांडेकर ने निष्पक्ष चांज कराने का आस्वाशन दिया तब कही जाकर परिजन माने।