धान खरीद के मुद्दे पर राज्य सरकार को विधायक रजनीश की चुनौती कहा खुले मंच में बहस कर ले मुख्यमंत्री जी… धान खरीदी में केंद्र सरकार 80% से भी अधिक की राशि का भुगतान करती है

बिलासपुर (रियाज़ अशरफी)| धान खरीदी के मुद्दे को लेकर विपक्ष पूरी तरह से हमलावर हो गई है, जिला मुख्यालयों में प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार को घेरने में लगी हुई है। हाल ही में दिए एक वक्तव्य में बेलतरा विधायक रजनीश कुमार सिंह ने धान खरीदी के मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को आंकड़ों सहित खुले मंच से बहस करने की चुनौती दे डाली।
धान खरीदी पर केंद्र सरकार के पक्ष में विधायक रजनीश ने आक्रामक अंदाज में मुख्यमंत्री को घेराते हुए कहा कि जनता का विश्वास जीतने आप झूठ का सहारा न लें आपके खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने विधानसभा के पटल पर यह स्वीकार किया है कि धान खरीदी में केंद्र सरकार 80% से भी अधिक की राशि का भुगतान करती है उन्होंने विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर पर जवाब देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने धान खरीदी हेतु 51 हजार 563 करोड़ रूपए दिए हैं अपितु राज्य सरकार ने मात्र 11148 करोड रुपए ही दिए हैं यह तथ्य और प्रमाण आज भी पब्लिक डोमेन में है। बावजूद इसके प्रदेश के मुखिया और सरकार के मंत्रीगण जनता के सामने कोरा झूठ बोल रहे हैं यही नहीं आपके मंत्री ने विधानसभा में यह भी स्वीकार किया है कि केंद्रीय नीतियों की वजह से प्रदेश में धान उपार्जन में वृद्धि हुई है।
राज्य में भाजपा विपक्ष में होने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की जनता के हित में छत्तीसगढ़ में की जाने वाली खरीदी को पांच साल में दोगुना कर दिया है,विधायक श्री सिंह ने कहा कि अपनी राजनैतिक स्वार्थ की पूर्ति हेतु भूपेश बघेल जी कोरा झूठ बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा एफसीआई से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 21-22 में 92 लाख मीट्रिक टन धान से बना 61.65 मिट्रिक टन चावल को कुल खरीदी का 93.90 प्रतिशत है इसी तरह वर्ष 22-23 में 81.45 मिट्रिक टन धान खरीदी की गई। बेलतरा विधायक ने कहा प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे गलत बयान बाजी कर रहे हैं और गलत आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं धान और चावल में अंतर बतला रहे हैं अपनी बात पर जोर डालते हुए विधायक रजनीश ने कहा कि मैं सरकार के किसी भी मंत्री स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश जी को इस विषय पर खुले मंच मे बहस करने की चुनौती देता हूं सरकार में साहस है तो मेरे द्वारा उठाए सवालों का जवाब दे।