बजट का जश्न:- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के सामने जश्न मनाया….एक दिन पहले होली खेली…कहा भूपेश कका है तो भरोसा है….?

बिलासपुर(रियाज़ अशरफी)।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बजट घोषणा के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। होली के एक दिन पहले मंगलवार को सीपत तहसील परिक्षेत्र के सैकड़ो की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने जमकर जश्न मनाया और रंग गुलाल के साथ होली खेली।
महिलाओं ने सीपत के नवाडीह चौक से ढोल ताशा की धुनों के बीच गुलाल लगाकर नाचते गाते रैली की शक्ल में महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय पहुंचकर परियोजना अधिकारी श्रीमती पूनम कुर्रे व महिला पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर खुशियां बांटी और एक दूसरे को बधाई दी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सोमवार को पेश किए गए बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मासिक मानदेय की राशि 6 हजार 500 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर अब 10 हजार रूपए और मिनी कार्यकर्ताओ का मानदेय 4 हजार 500 रू से बढ़ाकर 7 हजार 500 रूपए मासिक एवं सहायिकाओं का मानदेय 3 हजार 250 रूपए से बढ़ाकर 5 हजार रूपए मासिक करने की घोषणा कर दिया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय सीपत के सामने महिलाओं ने बजट घोषणा पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए देर तक जश्न मनाया। परियोजना संघ अध्यक्ष श्रीमती मोहर मरावी ने कहा कि इस घोषणा से मिली खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति हम सब आभारी है। उन्होंने कहा कि यह बजट हमारे लिए होली, दिवाली सभी त्योहार से बढ़कर साबित हुआ है।
झलमला की आंगनबाड़ी श्रीमती निर्मला डोंगरे ने बजट को भरोसे का बजट बताते हुए कहा कि मानदेय बढ़ने से परिवार का भरण-पोषण अब सुचारू रूप से हो पाएगा। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इस घोषणा से होली त्योहार की खुशी दोगुनी हो गई है। इस घोषणा से हमें संबल मिला है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में यह घोषणा मील की पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा भूपेश कका है तो भरोसा है।