वक्फ संपत्तियों पर काबिज लोगों पर अब सख्ती, तीन महीने में एग्रीमेंट नहीं तो बेदखली तय

बिलासपुर में वक्फ की जमीन पर पीपीसी मॉडल से 100 बेड अस्पताल का होगा निर्माण
कशिश न्यूज़|बिलासपुर
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड अब अपनी संपत्तियों को लेकर सख्त रुख अपनाने जा रहा है। छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड के चेयरमेन डॉ. सलीम राज ने साफ शब्दों में कहा है कि जो लोग वक्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं या किराए पर होने के बावजूद नया एग्रीमेंट नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह बात उन्होंने बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही उन्होंने आगे बताया कि अब तीन महीने के भीतर एग्रीमेंट न करने वालों की बेदखली तय है।

डॉ. सलीम राज ने बताया कि बिलासपुर में वक्फ की करीब 1400 संपत्तियां हैं, जिनमें से कई पर अवैध कब्जा है। इन कब्जों को हटाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और 300 से ज्यादा लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। वक्फ की एक संपत्ति पर पीपीपी मॉडल से 100 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़ी राहत मिलेगी।
वक्फ बोर्ड अब ‘एडमिनिस्ट्रेटिव बॉडी’, धार्मिक संस्था नहीं
डॉ. राज ने स्पष्ट किया कि वक्फ बोर्ड एक प्रशासनिक संस्था है, न कि धार्मिक संस्था। इसका मकसद समाज के जरूरतमंद वर्गों तक मदद पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों पर कब्जे का सीधा असर मुस्लिम समाज की आर्थिक स्थिति पर पड़ा है।
वक्फ की आय में भारी अंतर, सच्चर कमेटी की रिपोर्ट का हवाला
उन्होंने बताया कि देश में 8.72 लाख पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं, जिनकी अनुमानित सालाना आय केवल 163 करोड़ रुपये है, जबकि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में यह आय 12,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी। उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी और जेपीसी की सिफारिशों को केंद्र सरकार द्वारा नए वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 में शामिल किया गया है।
वक्फ की जमीन से होगी समाज की तरक्की
छत्तीसगढ़ में वक्फ की 5732 संपत्तियां हैं, जिनकी कुल कीमत 6000 करोड़ रुपये आंकी गई है। लेकिन अब तक इन पर न कोई स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल या हॉस्पिटल बन पाया है। आने वाले 6 महीनों में रायपुर में गर्ल्स हॉस्टल, बॉयज हॉस्टल, मॉडर्न जिम और लाइब्रेरी का निर्माण शुरू किया जाएगा। धमतरी में एक हॉस्पिटल का निर्माण भी प्रगति पर है।
धर्मांतरण, लव जिहाद और निकाह पर भी बोले
धर्मांतरण पर पूछे गए सवाल पर डॉ. राज ने कहा कि ईसाई मिशनरी देशभर में धर्मांतरण करा रही हैं। लव जिहाद पर बोले कि “लव और जिहाद दोनों अलग शब्द हैं, जहां प्रेम है वहां लड़ाई हो ही नहीं सकती”। उन्होंने कहा कि निकाह के दौरान 1100 रुपये से ज्यादा मांगने वाले मौलवियों पर कार्रवाई होगी। साथ ही तीन शादी की धारणा को इस्लाम से जोड़ना भी गलत बताया।
पुराने नामांतरण होंगे शून्य, कलेक्टरों को पत्र
डॉ. राज ने कहा कि पिछली सरकारों में जिन वक्फ संपत्तियों की अवैध बिक्री या नामांतरण हुआ है, उन्हें शून्य घोषित करने के लिए जिला कलेक्टरों को पत्र लिखा गया है।
बोर्ड में सुधार की मांग
उन्होंने वक्फ बोर्ड के कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने की बात करते हुए कहा कि सभी दस्तावेजों को सेंट्रल पोर्टल पर ऑनलाइन किया जाएगा। महिला सदस्यों और अल्पसंख्यक समुदायों जैसे बोहरा, शिया, आगाखानी की सहभागिता बढ़ाने की बात कही।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में वक्फ बोर्ड के मुख्यकार्यपाल अधिकारी डॉ. एसए फारूकी, छ.ग. राज्य हज कमेटी के सदस्य सैय्यद मकबूल अली, भाजपा नेता राकेश तिवारी, सलामुद्दीन अशरफी, संजय मुरारका, फैजान अहमद शिबू,कारी यूसुफ रज़ा बरकाती,शाहिद रज़ा समेत मुस्लिम समाज के कई जिम्मेदार लोग मौजूद थे।