रहस्य से उठेगा पर्दा 19 महीने बाद कब्र से निकाला गया शव, दोबारा होगा पोस्टमार्टम जाने कहा का है मामला…@

फर्जी सर्पदंश मामले में बड़ा खुलासा, न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में हुई कार्रवाई
कशिश न्यूज़|बिलासपुर
फर्जी सर्पदंश मामले में 19 महीने पहले दफन किए गए युवक शिव कुमार घृतलहरे के शव को आखिरकार कब्र से बाहर निकाला गया। यह कार्रवाई न्यायिक मजिस्ट्रेट और फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में की गई। शव को सिम्स मरच्यूरी भेजा गया, जहां विशेषज्ञों की टीम उसका दोबारा पोस्टमार्टम करेगी।
शव हुआ पूरी तरह डिकंपोज, रिपोर्ट में अस्पष्ट रह सकता है मौत का कारण
डॉक्टरों ने बताया कि लंबे समय तक मिट्टी में दबे रहने के कारण शव पूरी तरह सड़ चुका है। ऐसे में सटीक पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनना मुश्किल होगा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि रिपोर्ट में मृत्यु का कारण अस्पष्ट बताया जा सकता है।
वकील और डॉक्टर की साजिश उजागर, एफआईआर दर्ज
जांच में खुलासा हुआ कि वकील कामता साहू और डॉक्टर प्रियंका सोनी ने मिलकर फर्जी पीएम रिपोर्ट तैयार करवाई। उन्होंने परिजनों को मुआवजे का लालच देकर सर्पदंश की झूठी कहानी गढ़ी। 9 मई को दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया, जिसने दुबारा पोस्टमार्टम की सिफारिश की।
क्या है फर्जीवाड़े की पूरी कहानी
12 नवंबर 2023 को ग्राम पोड़ी निवासी शिव कुमार घृतलहरे ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। इलाज के दौरान 14 नवंबर को उसकी मौत हो गई। वकील ने इसे सर्पदंश का मामला बताकर सरकारी मुआवजा लेने की साजिश रची।
अब आगे क्या…?
➡️ पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में नई धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।
➡️ स्वास्थ्य विभाग और पुलिस मिलकर मामले की जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।
➡️ परिजनों के बयान और रिपोर्ट के आधार पर अदालत में चालान पेश किया जाएगा।