नहर के पास जुआ फड़ पर पुलिस की रेड, 8 जुआरी गिरफ्तार, संगठित अपराध की धाराओं में भेजे गए जेल

(बीएनएस धारा 112 में सीपत थाना की पहली कार्रवाई)
कशिश न्यूज | सीपत
सीपत थाना पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम लुतरा में नहर के पास जंगल की आड़ में चल रहे जुआ फड़ पर दबिश दी। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर की गई इस रेड में पुलिस ने मौके से 08 जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 09 एंड्रॉयड मोबाइल, ताश की 52 पत्तियाँ एवं ₹7,450 नगद जब्त किए गए हैं।
यह मामला बीएनएस की धारा 112 (संगठित अपराध) के तहत सीपत थाना क्षेत्र में दर्ज किया गया पहला केस है, जिसे गंभीर मानते हुए सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3(2) के तहत भी अपराध पंजीबद्ध किया गया है। जानकारी के अनुसार इस जुआ फड़ का संचालन शेख सफर (लुतरा निवासी) और शेख अफजल (झलमला निवासी) द्वारा मिलकर किया जा रहा था। दोनों मुख्य आरोपी जुआरियों को एकत्र कर सुनियोजित ढंग से पिछले लंबे समय से जुआ खेलाने का काम कर रहे थे। पुलिस ने इन्हीं दोनों पर संगठित अपराध की धाराओं के तहत पहली बार कठोर कार्रवाई की है। इस अपराध में अधिकतम 7 वर्षों की सजा का प्रावधान है। जुआ फड़ से गिरफ्तार आरोपी शेख सफर पिता शेख स्माईल (37 वर्ष) लुतरा,शेख अफजल पिता शेख अहमद (42 वर्ष) झलमला,रवि बरानी पिता प्रीतम बरानी (35 वर्ष), जबड़ापारा, अमन साहू पिता राजाराम साहू (21 वर्ष) तिफरा,विष्णु लोधी पिता जय सिंह लोधी (52 वर्ष) मोपका,संदीप यादव पिता रामअवध यादव (19 वर्ष) जबड़ापारा, दीपक साहू पिता अर्जुन साहू (30 वर्ष) जबड़ापारा, रमेश आर्मो पिता मान सिंह आर्मो (25 वर्ष), लुतरा शामिल है इनसे 9 नग एंड्रॉयड मोबाइल फोन,52 पत्तियों की ताश के साथ 7,450 नगद राशि की जप्ती बनाई गई है।
इस कार्यवाही को थाना प्रभारी निरीक्षक गोपाल सतपथी के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक भारत सिंह मरकाम, प्रधान आरक्षक जयपाल सिंह बंजारे, आरक्षक प्रकाश जगत, रामचंद्र उईके, लक्ष्मण चंद्रा, शरद साहू, ज्ञानेश्वर यादव, आकाश मिश्रा एवं नितिश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सीपत थाना प्रभारी टीआई गोपाल सतपथी ने कहा की यह कार्रवाई जुआ व संगठित अपराध के खिलाफ कड़ा संदेश है। सीपत क्षेत्र में यह पहली कार्यवाही है, जिसमें बीएनएस के अंतर्गत संगठित अपराध की सख्त धाराएं लागू की गई हैं।